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Organ Donation: अंगदान को किसी भी जरूरतमंद के जीवन के लिए एक बड़े दान के रूप में देखा जाता है. अगर किसी व्यक्ति के शरीर में किसी अंग की खराबी के चलते उसकी जान जाने का खतरा है तो स्वस्थ व्यक्ति अपने अंग दान करके उसकी जान बचा सकता है. आपको बता दें कि देश में अंगदान को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भव नामक अंगदान की योजना चलाई है जिसके तहत अब तक लाखों लोग अंगदान का संकल्प ले चुके हैं.
अंगदान के महिम से जुड़ रहे हैं लोग
देश के लगभग हर राज्य में इस योजना को फलीभूत करने के लिए सरकार और प्रशासन कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जिससे लोग अंगदान के लिए संकल्प लेकर जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए हैं. आपको बता दें कि अंगदान के तहत दिल, लिवर, अग्नाशय, छोटी और बड़ी आंत, कॉर्निया और त्वचा के ऊतक दान किए जा सकते हैं. सरकार ने अंगदान के संकल्प को पूरा करने के लिए केंद्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) पोर्टल भी बनाया है जिसके जरिए लोग अंगदान की मुहिम में जुड़ सकते हैं.
पिछले साल हुई थी अंगदान की मुहिम की शुरूआत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पिछले साल सितंबर में आधिकारिक तौर पर अंगदान की मुहिम शुरू की थी और अब तक 1,38,0599 लोग अंगदान का संकल्प ले चुके हैं. चलिए जानते हैं कि अंगदान की मुहिम यानी आयुष्मान भव योजना के अब तक के आंकड़े क्या कहानी कह रहे हैं.इसमें 17487 लोगों ने टिश्यूज और 17072 लोगों ने ऑर्गन डोनेट करने की बात कही है. इन लोगों में 66155 पुरुष हैं और 72245 महिलाएं हैं. जैंडर के बाद उम्र की बात करें तो ऑर्गन डोनेशन का संकल्प लेने वालों में 35709 लोग 18 से 30 साल की उम्र के बीच के हैं. 30 से 45 साल की उम्र के बीच के 65865 लोग हैं. आपको बता दें कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों ने भी ये संकल्प लिया है और इन आंकड़ों के बीच उनकी संख्या 6463 है.
इन अंगों के दान का किया है संकल्प
जिन अंगों के दान का संकल्प लिया गया है, उसके अनुसार दिल दान करने वालों की संख्या 93480 है. 98918 लोगों ने किडनी दान करने का संकल्प लिया है. 93950 लोगों ने लिवर दान करने की बात कही है. 85278 लोगों ने फेफड़े दान करने का संकल्प लिया है. राज्य के स्तर पर बात करें तो अंग दान करने वालों की मुहिम में राजस्थान सबसे आगे है. यहां 34564 लोगों ने ऑर्गन डोनेशन का संकल्प लिया है. महाराष्ट्र के 25060 लोगों ने अंगदान की कसम ली है. तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है और चौथे नंबर पर कर्नाटक राज्य है. उत्तर प्रदेश में 2568 लोगों ने इस मुहिम में रजिस्ट्रेशन करवाया है जबकि उत्तराखंड के 3367 लोगों ने इस योजना में हिस्सा लिया है. आपको बता दें कि आयुष्मान भव योजना के तहत 18 साल के ऊपर का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति अंगदान कर सकता है जिसके अंग सही तरीके से काम कर रहे हैं.
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